(पूर्व में भी लाइन मैन उदयवीर को भ्रष्टाचार में लिप्त होने के कारण अधिशासी अभियंता चंद्र मोहन सिंघल द्वारा कोयल एनक्लेव बिजली घर से हटा दिया गया था)
गाजियाबाद:-विद्युत विभाग के उच्चाधिकारियों द्वारा चाहे लाख ईमानदारी के गाने गाए जाए परंतु जब उनके खुद के लाइनमैनों के किसी भ्रष्टाचार में लिप्त होने का मामला सामने आता है तो सभी के सुर पूरी तरह बदल जाते हैं।
पूर्व में उक्त से संबंधित एक ऐसा ही मामला सामने आया था जिसमें 31/08/2020 को कोयल एनक्लेव बिजली घर अंतर्गत आने वाली कॉलोनी गगन विहार निवासी जयचंद द्वारा अधिशासी अभियंता राजीव आर्य को एक शिकायती पत्र के माध्यम से यह सूचित किया गया था कि उनके मीटर में हो रही स्पार्किंग को ठीक करने के लिए बिजली घर कोयल एन्क्लेव पर तैनात लाइनमैन उदयवीर द्वारा मीटर की सील को तोड़ ठीक कर लगाने और उसकी एवज में उदयवीर द्वारा 900 रू ठगे गए हैं।राजीव आर्य द्वारा मामले की गंभीरता को समझते हुए तत्काल एसडीओ किशन कुमार को यह शिकायत प्रेषित कर तीन दिनों के भीतर निष्पक्ष जांच करते हुए उचित कार्यवाही करने के निर्देश दे दिए गए।इस पूरे मामले को आप नीचे दिए गए लिंक पर जाकर पढ़ सकते हैं।
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एसडीओ किशन कुमार द्वारा सात दिन बीत जाने के बावजूद संबंधित मामले में कोई भी संतोषजनक कार्यवाही ना होने के कारण एक खबर हमारे दैनिक अखबार ट्रू टाइम्स में दिनांक 07/09/2020 को प्रकाशित की गई थी।इस खबर का असर कुछ इस प्रकार से हुआ कि एसडीओ किशन कुमार, अवर अभियंता निरंजन मौर्य व लाइन मैन उदयवीर ने शिकायतकर्ता जयचंद को बिजली घर कोयल एन्क्लेव में बुलवा लाइन मैन उदयवीर द्वारा उनसे ठगे 900 रू को वापस करने को कह अपनी शिकायत को वापस लेने का दबाव एसडीओ किशन कुमार व अवर अभियंता निरंजन मौर्य ने जयचंद पर बनाया जिसे संक्षेप में आप नीचे दिए गए लिंक पर जा पढ़ सकते हैं। तत्पश्चात एसडीओ किशन कुमार की अकर्मण्यता अपने उच्च अधिकारी के आदेशों की अवहेलना तथा जनता के अधिकारों के हनन करने को देखते हुए हमारे अख़बार द्वारा उत्तर प्रदेश सरकार की समन्वित शिकायत निवारण प्रणाली (IGRS) पर तत्काल एक शिकायत की गई जिसका सन्दर्भ संख्या 40014020029259/दिनांक:-08/09/2020 हैं जिसमें पूरे मामले को शाशन के संज्ञान में लाया गया।
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दिनांक:-07/09/2020 को हमारे दैनिक अखबार ट्रू टाइम्स में प्रकाशित खबर
समन्वित शिकायत निवारण प्रणाली (IGRS) पर 08/09/2020 को सम्बन्धित मामले पर की गई शिकायत की प्रति
एसडीओ किशन कुमार के साम, दाम और भेद वाले नुस्खे जब फेल हो गए तो उन्होंने उपभोक्ता जयचंद को दंड के माध्यम से घेरने की तैयारी कर ली और वह कैसे हम आपको समझाते हैं दिनांक:-08/09/2020 को किशन कुमार के द्वारा तैयार किए गए एक आदेश पत्र जिसका पत्रांक संख्या:-3525/वि0न0वि0उपखण्ड-प्रथम राजेंद्रनगर/गाज़ियाबाद/दिनांक 08/092020 है में देखने को मिला है कि उपभोक्ता एवं शिकायतकर्ता जयचंद जो खुद इन्साफ की तलाश में बिजली घर के धक्के खा रहे हैं अब उन्हें ही किशन कुमार द्वारा मुजरिम बनाने की तैयारियां की जा रही हैं। पत्र को अगर देखें तो साफ शब्दों में लिख दिया गया है की जयचंद पुत्र राम सिंह खसरा नंबर 327 गगन विहार गाजियाबाद संयोजन संख्या 424971 आईडी नंबर 6804623000 के मीटर की आउटपुट वाली तार जल गई थी और मीटर का ढक्कन खुला होने के कारण लाइनमैन उदयवीर ने खुले हुए मीटर की तार ठीक कर दी थी।उक्त उपभोक्ता की साइड पर स्थापित मीटर को बदल कर उक्त मीटर की जांच आख्या प्रेषित करें। जिससे पता चल सके कि कहीं मीटर के साथ कोई छेड़छाड़ तो नहीं की गयी है। ताकि आगे की अग्रिम कार्यवाही हो सके।अब आप इसे पॉइंट्स में समझिए समझिए
(1)-जब मीटर का ढक्कन खुला हुआ था तो लाइनमैन उदयवीर ने उसी टाइम अपने उच्च अधिकारियों को क्यों नहीं बताया
(2)-उसके द्वारा मीटर सरकार के नियमों को ताक पर रखकर क्यों ठीक किया गया।
(3)-30/08/2020 को ठीक गए मीटर की जांच के आदेश एसडीओ किशन कुमार ने दिनांक 08/09/2020 में इतनी देरी से क्यूँ दिया।
(4)-उपभोक्ता एवं शिकायतकर्ता जयचंद द्वारा 31/08/2020 में अधिशासी अभियंता राजीव आर्य को दिए गए शिकायती पत्र जिसमें एसडीओ किशन कुमार जांच अधिकारी हैं आखिर वह इसकी जांच से क्यू बच रहे हैं।
एसडीओ किशन कुमार द्वारा जारी आदेश पत्र
भविष्य में और भी कई ऐसी बाते है जो इस भ्रष्टाचार से संबंधित मामले में समय-समय पर प्रकाश में आती रहेंगी। यहा गौर करने वाली बात यह भी है कि आखिर एसडीओ किशन कुमार भ्रष्ट लाइन मैन उदयवीर के समक्ष इतने लाचार व असमर्थ क्यूं हैं। आखिर वह कोई भी कार्यवाही करने से क्यूं बच रहे हैं वह अपने साथ-साथ पूरे विभाग, प्रशासन और राज्य सरकार छवि को जनता की नजरों में क्यूँ खराब कर रहे हैं यह विचारणीय विषय है। अब तो बस यही देखना है कि क्या विद्युत विभाग के अधिकारियों द्वारा पीड़ित-प्रताड़ित उपभोक्ता व शिकायतकर्ता जयचंद को इन्साफ मिलेगा या यह लाइन मैन अपने पूरे कार्य क्षेत्र में इसी प्रकार से लूट मचाता रहेगा।
उक्त मामले की शिकायत शाशन स्तर पर की जा चुकी है। अब पूरे मामले को जिलाधिकारी गाज़ियाबाद व मंडलायुक्त मेरठ मंडल को एक शिकायती पत्र के माध्यम से जिसमें मामले से संबंधित सभी साक्ष्य संलग्न होंगे के माध्यम से लाया जाएगा।