डाटला एक्सप्रेस संवाददाता
गाजियाबाद:-पविविनिलि डिवीजन तीन में तैनात अधिशासी अभियंता नीरज यादव के हौसले इतने बुलंद हैं कि वह अपनी कलम की ताकत का गलत उपयोग कर अपने चहितें उपखंड अधिकारी व अवर अभियंता आशीष रतन जिन पर विभाग को क्षति पहुंचाने ,विभाग की आंखों में धूल झोंकने के मामले में कई विभागीय जांचें चल रही हैं के कहने पर आम जनता को अंधेरे में रहने पर मजबूर कर रहे हैं। जिसके चलते आम गरीब लोग अंधेरे में अपनी जिंदगी घुट-घुट कर जीने को मजबूर हैं। यह सब आरोप हम नहीं लगा रहे बल्कि जो लोग अंधेरे की उस काली रात में रह रहे हैं वह लोग लगा रहे हैं जिसमें उन लोगों ने बताया कि हम लोगों ने न्यू डिफेंस कॉलोनी मे बने फ्लैट जिनका खसरा नंबर 703 , S1/SF प्लॉट-A-28-B न्यू डिफेंस कॉलोनी है इस खसरे नंबर पर बनी बिल्डिंग में रह रहे लोगों का आरोप है की अवर अभियंता आशीष रतन ने हम लोगों से पोस्टपेड कनेक्शन देने के एवज में 15000 प्रति कनेक्शन की डिमांड की है, लोगों ने कनेक्शन के एवज में जब अवर अभियंता आशीष रतन को पैसे नहीं दिए तो उन्होंने कनेक्शन देने से साफ इनकार कर दिया जबकि मिस्टर रतन द्वारा ही अभी कुछ समय पहले अन्य बिल्डिंग्स पर दर्जनो पोस्टपेड कनेक्शन दिए गए हैं, परंतु इन लोगों से खार खाए बैठे अवर अभियंता ने इन लोगों को अंधेरी रातों में रहने के लिए मजबूर किया हुआ है। जब इस पूरे मामले की जानकारी अधिशासी अभियंता नीरज यादव व उपखंड अधिकारी को दी गई तो उन्होंने भी मामले में कई दिन तक आश्वासन देकर लोगों को घुमाया और कहने लगे कि हम लोग इन लोगों को प्रीपेड कनेक्शन देंगे चाहे यह लोग कुछ भी कर ले, अब सोचने वाली बात यह है कि इन जैसे भ्रष्ट अधिकारियों के हौसले कितने बुलंद है कि यह लोग साफ-सुथरी छवि वाली ईमानदार सरकार को बदनाम करने से जरा भी बाज नहीं आ रहे हैं जबकि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री व ऊर्जा मंत्री का साफ तौर पर कहना है कि किसी भी व्यक्ति को कनेक्शन देने से मना नहीं किया जा सकता, परंतु इसके विपरित भ्रष्टाचार में अपनी जड़े मजबूत करें बैठे डिवीजन तीन में तैनात अधिकारी अपने मंसूबों में आए दिन कामयाब होते नजर आ रहे हैं। वैसे पूरे मामले की शिकायत विद्युत विभाग के उच्च अधिकारियों से की जा रही है, अब देखने वाली बात यह होगी की इन गरीब लोगों को कब तक इंसाफ मिल पाता है या फिर यह लोग ऐसे ही काले अंधेरे में बैठे रहेंगे।