डाटला एक्सप्रेस संवाददाता पंकज तोमर
गाजियाबाद साहिबाबाद क्षेत्र अंतर्गत आने वाले डिवीजन चार में बैठे अधिकारियों-कर्मचारियों के काले कारनामों को उजागर करने के लिये वार्ड संख्या 20 से पार्षद विनोद कसाना द्वारा महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा के माध्यम से ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा को सौंपा गया ज्ञापन।
आपको बताते चले की कई सालों से अपने पद की ताक़त का नाजायज़ फायदा उठाकर डिवीजन में तैनात अधिशासी अभियंता, उपखंड अधिकारी और अवर अभियंता नये-नये फॉर्मूले इख़्तियार कर आम लोगों से विभाग के नाम पर उगाही कर अपनी जेबों को गर्म कर रहे हैं। जिससे राज्य सरकार की छवि क्षेत्रीय लोगों की नजरों में काफ़ी धूमिल होती जा रही है।इन सभी बातों और डिवीजन चार के अधिकारियों की गैर विभागीय कार्यप्रणाली के बारे में वार्ड संख्या 20 के पार्षद विनोद कसाना को जब हमारे अखबार में वर्षों से विद्युत विभाग "गाज़ियाबाद" डिवीजन चार के भ्रष्टाचारों से संबंधित निरंतर प्रकाशित हो रही भ्रष्टाचार की खबरों के माध्यम से पता चला तो उन्होंने सर्वोपरि आम जनता के पक्ष को जानते हुए इन घूसखोर अधिकारियों को कई बार सुधर जाने की हिदायत भी दी। परंतु यह भला अपनी कारस्तानीयों से कहा बाज आने वाले है। उल्टा डिवीजन चार के अधिकारी उनके जोन से जुड़ी भ्रष्टाचार की ख़बरों को प्रकाशित ना करने के लिए हमारे अखबार से जुड़े कई लोगों पर अनावश्यक दबाव ज़रूर बनाते आये हैं। एक बार तो अधिशासी अभियंता राजीव आर्य ने अपने लाइनमैनों से हमारे संवाददाता पर गगन विहार क्षेत्र में गंभीर जानलेवा हमला भी करवा दिया जिसमें हमारे संवाददाता के सर में गंभीर चोटें आ गई, कमाल तो यह था कि हमले के दौरान अधिशासी अभियंता राजीव आर्य भी खुद मौके पर मौजूद थें और अपने लोगों को इंस्ट्रक्शन देते नज़र आये। तत्पश्चात थाना साहिबाबाद में हमारे संवाददाता द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर कई गंभीर धाराओं में मुक़दमा पंजीकृत किया गया। इतना सब कुछ हो जाने के बाद भी यह लोग अपनी नाजायज़ हरकतों से बाज नहीं आये और आज दिन तक रोज़ाना कई माध्यमों से क्षेत्र में विभाग के नाम से उगाही कर आम लोगों को परेशान करते हैं।जब पार्षद विनोद कसाना को लगा कि यह सब ऐसे नहीं मानेंगे तो उन्होंने बिना देरी के इस पूरे मामले की शिकायत उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा से कर दी।
आपको बताते चलें की पिछले कुछ दिनों से लगातार हमारे अखबार के माध्यम से बिजली विभाग के अधिकारियों के संरक्षण में डिवीजन चार में हो रही भ्रष्टाचार की खबरें जैसे कि नया कनेक्शन देने के नाम पर उगाही करने, किसी मकान निर्माण में बाधा उत्पन्न करने, खंबो को रातो-रात तोड़ देने, मकान के सामने लगे खंबे को भारी लेनदेन कर वहां से उखाड़ दूसरी जगह ट्रांसफर करने, मीटर का लोड बढ़ाने के नाम पर अवैध उगाही करने, मीटर की सील तोड़ कर मीटर को टेंपर करने, रिहायशी इलाक़ों में लाखों रुपए की रिश्वत लेकर प्रदूषण फैलाने एवं संभावित आग लगने वाली फैक्ट्रियों को कनेक्शन देने, फैक्ट्रियों में देर रात चोरी की लाइट जलवाने जैसे तमाम काम डिवीजन चार में बैठे अधिशासी अभियंता राजीव आर्य, उपखंड अधिकारी किशन कुमार, अवर अभियंता निरंजन मौर्य वर्षों से करते व करवाते हैं। उपखंड अधिकारी किशन कुमार तो मेरठ का ही रहने वाला है और जब से किशन कुमार की जॉइनिंग इस डिवीजन में हुई है तभी से यह यहां जमा हुआ है, वही अवर अभियंता निरंजन मौर्य पिछले 5 वर्षों से सब स्टेशन कोयल एनक्लेव पर ही अपने वर्चस्व और अधिकारियों से अच्छी सांठगांठ के चलते बैठा हुआ है, और यहीं से अपनी उगाही का सिंडिकेट चला नीचे से ऊपर बैठे अपने आकाओं तक उनका हिस्सा समय से पहुंचाता रहता है।
आज कोई भी व्यक्ति अपने काम का सही दाम देकर अपना हर वह काम करवा लेता है जिसे सीधे रास्ते पर चल वह लाख कोशिशों के बावजूद भी नहीं करवा सकता।
डिवीजन चार में पनप रहे भारी भ्रष्टाचार से संबंधित अनेकों खबरें प्रकाशित होने व अखबार के माध्यम सबूत सहित अनगिनत शिकायतें होने पर भी। हर शिकायत के पीछे अधिशासी अभियंता राजीव आर्य ने अपनी कलम वह अपने पद की ताक़त का गलत उपयोग कर उन पर हमेशा से ही झूठी व भ्रामक आख्याएं प्रेषित प्रेषित की हैं।
यदि किसी आम व्यक्ति ने भी सबूत के साथ शिकायत की तो राजीव आर्य में उल्टा शिकायतकर्ता को ही किसी झूठे मामले में फंसाने धमकी दिलवा उसपर शिकायत वापस लेने का दबाव बनवाते रहे हैं और आज भी बना ही रहे हैं क्यूंकि सुधरना शायद उनकी प्रकृति में ही नहीं है।
कमाल तो यह है कि उनके कर्मचारियों के विरुद्ध आने वाली शिकायतों के निस्तारण के लिये मिस्टर आर्या उनसे एक 10 रुपए के स्टांप पेपर पर शपथ पत्र लेकर मामले को रफा-दफा कर दोबारा उस कर्मचारी के मनोबल को बढ़ा क्षेत्र में विभाग के नाम से उगाही करने को छोड़ देते हैं।
क्योंकि इस बार शिकायत सत्ताधारी पार्टी भाजपा के महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा और वार्ड संख्या 20 से पार्षद विनोद कसाना के माध्यम से की गई है। जिसमें देखना दिलचस्प होगा कि क्या ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए इन भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हैं या यह मामला भी हर बार की तरह ठंडे बस्ते चला जाएगा।